अनार खाने के इन फायदों को जानकार होश उड़ जाएंगे आपके

Shallow Focus of Sliced Fruits With Seeds
आज मैं आपको अनार खाने के फायदे के में बताऊंगा आपने यह कहावत तो सुनी ही होगी कि एक अनार सौ बीमार जी हां एक आनार खाने से यह हमारी सभी बीमारियों को जड़ से खत्म कर देता है अगर आप प्रतिदिन इसका सेवन करें तो आपके लिए बहुत लाभकारी है ।
हमारे देश में इसका पेड़ ज्यादातर सभी जगह उगाया जाता है । कन्धार, काबुल और भारत के उत्तरी भाग में पैदा होने वाले अनार बहुत रसीले, स्वादिष्ट  और अच्छे  किस्म के होते है ।इसका कई शाखाओं से युक्त पेड़ 20 फीट तक ऊंचा होता है । इसकी छाल  पतली, पीली ,चिकनी, या गहरे भूरे रंग की होती है । पत्ते कुछ लंबे व कम चौड़े होते हैँ ।
चलिए आपको बताता हूँ की अनार विभिन्न भाषाओ में किन किन नामो से जाना जाता है -

अनार के विभिन्न भाषाओं में नाम

गुजराती- दाडम ।
बंगाली – दालिम ।
लेटिन – प्यूनिका  ग्रेनेटम  (punica granatum)।
संस्क्रत – दाड़िम ।
मराठी – डालिंब  ।
हिन्दी – अनार ।
अग्रेजी – पोमेग्रेनेट  (pomegranate) ।

अनार तो हमारे लिए बहुत ही लाभकारी है ये तो आप जानते है लेकिन की किन रोगो से यह हमारे शरीर में लड़ता है चलिए यह भी जानते है

अनार के फायदे विभिन्न रोगों में --

1. दांत से खून आना : अनार के फूल को छाया में सुखाकर बारीक तरह से पीस लें। इसे मंजन की तरह दिन में 2-3 बार अपने दाँतों की ऊपरी सतह व निचलि सतह में मलें । खून आना बंद होकर दांत मजबूत हो जाएंगे।
2. चेहरे का सौंदर्य बनाएं  : गुलाब जल में अनार के छिलकों का बारीक चूर्ण का अच्छी तरह से बनाए लेप को सोते समय नियमित रूप से लगाकर सो जाए सुबह चेहरा धो हलके से धो ले । इससे दाग -धब्बे के निशान, झांइयों दूर हो जाएंगे।
3. पेट दर्द : नमक और काली मिर्च का पाउडर अनार के दानों में मिलाकर सेवन करें।
4. खांसी : अनार के छिलकों पर सेंधानमक लगाकर चूसें , खासी से आराम मिलेगा ।
5. अजीर्ण : 3 चम्मच अनार के रस में एक चम्मच जीरा और इतना ही गुड़ मिलाकर भोजन के बाद सेवन कराएं।
6. नाक से खून (नकसीर) : अनार का रस नथुनों में डालें। इससे नाक से खून आना बंद हो जाएगा ।7. शरीर की गर्मी : अनार का रस पानी में मिलाकर पीने से गर्मी के दिनों में बढ़ी शरीर की गर्मी दूर होती है।
8. कृमि रोग : अनार के सूखे छिलकों का चूर्ण एक चम्मच की मात्रा में दिन में 3 बार नियमित रूप से कुछ दिन सेवन करें। यही प्रयोग खूनी दस्त, स्वप्नदोष, खूनी बवासीर, अत्यधिक मासिकस्राव में भी लाभप्रद है।
9. अरुचि : अनार दानों पर सेंधानमक,  जीरा, हींग ,काली मिर्च, अल्प मात्रा में डालकर मिला लें, फिर चबाकर सेवन करें।
10. मूत्र की अधिकता : एक चम्मच अनार के छिलकों का चूर्ण एक कप पानी के साथ दिन में 3 बार सेवन करें। स्वप्नदोष, बवासीर, अत्यधिक मासिकस्राव में भी लाभप्रद है।
11. वमन : अनार के बीज पीसकर उसमें थोड़ी-सी काली मिर्च और नमक मिलाकर खाने से पित्त की वमन और घबराहट में आराम मिलता है।
आनर के बारे में तो आपने बहुत कुछ सुना होगा और अब तो आप इसके फायदे भी जान गए और अनार को खाने के लिए डॉक्टर ज्यादातर सलाह देते है तो देर किस बात की आज ही से अनार खाना शुरू करदे और स्वस्थ और मस्त रहे ....
Article - Harshit Gupta

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